तुम नहीं जानते ये कि अहंकारी रूपी पंरिदा कितना निष्ठुर होता है..? जरा जरा सी सफलता मिलने पर अपना रुतबा बनाने की कोशिश करता है, हमें अपने पिंजरे की कैद में रखने को प्रयत्नशील रहना है, और हमारे अस्तित्व को प्रभावित करता है,इसलिए भर न पाये ऊँची उड़ान इसके लालच रूपी पिंजरे को हमें तोड़ना होता है ये हम पर निर्भर करता है, इसकी कैद से आज़ाद होने का प्रयास हमें खुद ही करना पड़ता है, आसमां पर आकर भी अपनी जमीं को न भूल जाना ये हमें खुद याद रखना पड़ता है, ♥️ Challenge-973 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।