थक गई हूं खुद से रोज लड़ते लड़ते जीना चाहती हूं, पर जी नहीं पाती अपनी गलतियों से सीख भी नहीं पाती हर रोज आईना मुझे खुद की शकल दिखाता है मुह पे मुखोटा लगाने की याद दिलाता है थक गई हूं झूठी हँसी हँसते हँसते बस सन्नाटें में चिल्लाने का दिल चाहता है खुद से, जीने का वादा करती हूं पर पल में, मौत की कामना करती हूं लड़ती हूँ खुद से मै रोज "परंतु न हार, न जीत पाती हूं "| #paidstory1 #paidstoryoflove #hatemyself #aimless #benamastitva