ये सिंदूर कुछ कहता है, बाबुल की लाड़ली बेटी को, बहू की जिम्मेदारी देता है। सिंदूर की रेखा के अंदर, मर्यादा की सीमा देता है। प्रेम और त्याग की मूरत बनकर, जीने की सीख देता है। जिसने दिया है माँग में सिंदूर, उससे रक्षा का वचन लेता है। दो दिलों को 'नेह' के बंधन में, ये सिंदूर अमृत सा बाँध देता है। 🎀 Challenge-183 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। सिंदूर पर अपनी रचना लिखिए। 😊 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। आप अपने अनुसार लिख सकते हैं। कोई शब्द सीमा नहीं है। 🎀 कृपया कोरा काग़ज़ समूह के नियम एवं निर्देश अवश्य पढ़ लें। बाक़ी सभी ने हमारी ही नकल की है। 😊