#OpenPoetry #कद्र करती गर तू मेरी मोहब्बत की तो तू गैर की नहीं मेरी बाहों में होती देता तुझे इतनी चाहत कि मेरी-तेरी #आशिक़ी दुनियाँ की निग़ाहों में होती #बज्म #अक्षरमाला #alfazmere #आशिकी #अक्षरमाला #alfazmere #बज्म