मधुमासी मौसम सर्वत्र छा गया है शिशिर गया तो ऋतुराज आ गया है...! बागों में कलियाँ चटकने लगीं तितलियां उड़ उड़ जे आने लगीं भंवरे की गुंजन कोयल की पंचम सुधबुध नहीं मन भरमा गया है। मधुमासी मौसम सर्वत्र छा गया है.....!! ऋतुराज जैसे ही वसन्त मुस्काया कोंपलें फूट पड़ीं नव किसलय आया पतझड़ सा जीवन में सौंदर्य लेकर वसन्ती गीत कोई गुनगुना गया है मधुमासी मौसम सर्वत्र छा गया है.....!! पीत वसना धरा नववधू सम दिखे वातावरण सुगन्धित आम्रमंजरी से वासन्ती पवन अल्हड़ सी चल पड़ी कचनार अमलतास महक बिखरा गया है मधुमासी मौसम सर्वत्र छा गया है....!! #rituraj vasnt#mdhumas##nojotohindi#