किसी के पास आने का डर, किसीसे दूर जाने का डर। किसी से दिल लगाने का डर, फिर टूट जाने का डर। ऐ डर है बडा बेदर्द सा। झेल लो तुम इसे तो है मर्ज सा। #truelines#ankitsingh