तुम आज भी मेरी सोच बन कर उतार जाती हो इन कोरे कागज़ों पे, फर्क बस इतना है की में आज भी इस कागज़ की तरह कोरा रह गया और मुझमें तुम्हारी यादें यूँही कलम की रंगीन सिहाइ की तरह कभी नीला,कभी पिला, कभी हरा, कभी लाल तो कभी गुलाबी। #nojotoquotes #rkrahulrajak #hindiwriting #likha #poetrycommunity #hindiwritersclub #lovediaries #sundaymemories