समझा न उसने कभी मेरी ख़ामोशी को सदा मेरे जज़्बातों का मज़ाक़ उड़ाया मैंने समझा उसे सुख-दुःख का साथी, अपना हमसफर पर उसने तो मुझे सिर्फ खिलौना समझकर अपना दिल बहलाया ©K.Shikha #berang_zindagi