खुशियों को ग़मो में बदलते देख रही हूँ, अपनों को अहंकार की आग में झुलसते देख रही हूँ, देख रही हूँ जो निगाहें मुस्कान से कभी खफा ना हुई, वो आज भी मुस्कुराते हुए अपनी बर्बादी का मंजर देख रही हैं... #ahankar #khushiyan #ghum #aankhein #barbaadiyonkejashn #manjar