आपसे एक गुज़ारिश हैं हमें ज़ेर-ए-एहतमाम read poem in caption #NojotoQuote आपसे एक गुज़ारिश हैं हमें ज़ेर-ए-एहतमाम, आप पर इनहिसार हैं कीजिये मुश्किल तमाम, आपको याद नहीं आपने वादा भी किया था, गांव की सूरत बदलने का इरादा भी किया था, कहा था ऐसी हवा-ए-तरक़्क़ी हम चलाएंगे, बाईपास हम निकालेंगे, सड़के हम बनाएंगे, दो साल हो चुके इस काम को दीजिये अंजाम,