कभी मैं भी तेरी मोहब्बत के नशे में थी मेरी आँख में भी खुमार था, मगर अब नहीं, कभी ये दिल बाग़-ओ-बहार था, मगर अब नहीं तेरा ज़िक्र वजह-ए-करार था, मगर अब नहीं।। #Nojoto #Shayari #rekhta #nojoto_thought कभी मैं भी तेरी मोहब्बत के नशे में थी मेरी आँख में भी खुमार था, मगर अब नहीं, कभी ये दिल बाग़-ओ-बहार था, मगर अब नहीं तेरा ज़िक्र वजह-ए-करार था, मगर अब नहीं।।