रूह हो मेरी, बयां ना कर, पाएंगे तुम्हे शब्दों में, वो अधूरी जुबां हो मेरी, अधूरी सी दास्तां हो मेरी, नज़रों से बातें करना खूब जानते हो, खूब समझते हो, आरज़ू हो मेरी Challenge -50 #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #तुम_आरजू_हो_मेरी 👔- सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईनों में लिखे । 👔- सभी लेखक ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल सुबह 9 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- धन्यवाद ।।