धर्म... जिन पलो मे मुस्कुराना हो मना, उन पलो मे मुस्कुराना धर्म हैं... दिल तोड़ने को बेताब हो जो लोग, उनसे ही फ़िर दिल लगाना धर्म हैं... जमाना हो ना मंजुर जब स्वीकार करने को, तो फ़िर दो दिलो को मिलाना धर्म हैं... जहाँ जुल्म के आगे सर उठाना हो मना, वहाँ फ़िर बहादुरी से सर कटाना धर्म हैं... ये टोपी और तिलक तो सब चोंचले हैं, मगर इन्सान को इंसान बनाना धर्म हैं... अधर्म ही करते रहते है लोग जहाँ, फ़िर वहाँ पर शस्त्र उठाना धर्म हैं... #NojotoQuote #Dharma...