हाय रे समय कहाँ लाके तूने छोड़ा मेरा दिल तूने तोड़ा तुझे तरस ना आया तूने लहू जो रुलाया हाय रे समय, हाय - हाय रे समय... तूने प्रीत मेरी छीनी काहे छीनी नहीं साँसें दे के दर्द - ए - जुदाई क्यूँ दी बैरी उसकी यादें मेरे मन को दुखाया जीवन नीर में डुबोया हाय रे समय, हाय - हाय रे समय... तन से आत्मा बिछोड़ा काहे उम्र बढ़ा दी बैरी हो के सजनवा तूने जीने की सजा दी कैसा खेल तूने खेला बिछड़ा मुझसे मेरा साया हाय रे समय, हाय - हाय रे समय... 29.07.1999 #पुरानी_डायरी #पुरानी_यादें #पुराना_प्यार #yqbaba #yqdidi