सुकून भरा मौसम, महकती सी हवाएं। बारिश की ये शाम, रूह को छू जाए। शीतलता सी इसकी बूंदे, मधुर इसकी हवाएं। प्रसन्नता भरी इसकी शांति, आत्मा तृप्त कर जाए। ©theunnamedpoet99 सुकून भरा मौसम, महकती सी हवाएं। बारिश की ये शाम, रूह को छू जाए। शीतलता सी इसकी बूंदे, मधुर इसकी हवाएं। प्रसन्नता भरी इसकी शांति, आत्मा तृप्त कर जाए।