लोग बहुत मिले मगर तुमसा दोस्त नहीं मिला, मिली तो खुशियां बेशुमार मगर तुझसा यार कहाँ मिला...लोगों के खाब तो चाँद तारों के होते हैं मगर मेरे लिये तो ये आसमान में ही अच्छे लगते है...अगर कोई कहे भी ये तोड़ कर ला दूँ...मैं फिर भी एक बार आपने दोस्त की सलाह लूँ | for my best frnd #friendsday