मैं पेड़ की बनकर छाया तुझे इक रास्ता दिखलाऊंगा तुझको मैं नई मंजिल की इक दुनिया में ले जाऊंगा तुझको अपनी रहें अपने रास्ते खुद से चुनने है आखिर मैं भी कब तक यारा तेरा साथ निभाऊंगा ।। ©Akshay Amrohi कब तक साथ निभाऊंगा। #sahityansh #Poet #Poetry #Shayar #shayri #writing