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मैं जी रहा हूँ तुमको पाने की आस लिये। मैं जी रहा ह

मैं जी रहा हूँ तुमको पाने की आस लिये।
मैं जी रहा हूँ तेरी सीने में प्यास लिये।
यादें बंधीं हुईं हैं साँसों की डोर से-
चाहत के रंगों में तेरा एहसास लिये।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

©Mithilesh Rai #COVIDVaccine
मैं जी रहा हूँ तुमको पाने की आस लिये।
मैं जी रहा हूँ तेरी सीने में प्यास लिये।
यादें बंधीं हुईं हैं साँसों की डोर से-
चाहत के रंगों में तेरा एहसास लिये।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

©Mithilesh Rai #COVIDVaccine