ए हवाओं कह दो जाकर उनसे, कि आयें जरा जल्दी, गर सिलसिला यूं ही चलता रहा, तो कहीं ऐसा न हो कि हो जाएं रौशन खुद से ही इक दिन। कभी तमन्ना थी उनके ख्वाबों में रौशन होने की, आज जुगानुओं को हाथ में लिए फिरते हैं हम। Pc- Pinterest #raushan #jugnu #umeed #restjone #yourquote