Nojoto: Largest Storytelling Platform

चैतन्य परम अविनाशी है वह तुझमें है वह मुझमें है मा

चैतन्य परम अविनाशी है वह तुझमें है वह मुझमें है
माथे पर त्रिनेत्र है जिसके प्रतीक है दशम द्वार का
गले में भुजंग है साधे जैसे क्रोध माला में बांधे
सिर पर चन्द्रमा गंगा की धार प्रतीक अमृत जीवन आधार
हाथ नाद डमरू श्रृंगार प्रतीक ये "अनहद" का नाद
वो ही तुझमें समाया "फकीरा" आवश्यकता केवल विवेक की

अपने भीतर जो तुम जाओगे
"वो हो तुम"
 स्वतः पाओगे शिवत्व को पाने के लिए
शिव तत्व को जानिए...
#शिवत्व   #YourQuoteAndMine #fakeera_series #fakeera
Collaborating with YourQuote Didi
चैतन्य परम अविनाशी है वह तुझमें है वह मुझमें है
माथे पर त्रिनेत्र है जिसके प्रतीक है दशम द्वार का
गले में भुजंग है साधे जैसे क्रोध माला में बांधे
सिर पर चन्द्रमा गंगा की धार प्रतीक अमृत जीवन आधार
हाथ नाद डमरू श्रृंगार प्रतीक ये "अनहद" का नाद
वो ही तुझमें समाया "फकीरा" आवश्यकता केवल विवेक की

अपने भीतर जो तुम जाओगे
"वो हो तुम"
 स्वतः पाओगे शिवत्व को पाने के लिए
शिव तत्व को जानिए...
#शिवत्व   #YourQuoteAndMine #fakeera_series #fakeera
Collaborating with YourQuote Didi
anshrajora6096

Ansh Rajora

New Creator