अंदाज़ अलग है इस नाचीज़ का, खुदा ने जो तराशा है , बन्दगी पहले पत्थरो में हुवा करती थी, अव खुदा से हुवा करती है। :-प्रांजल भंडारी😇😍 #SufiYanA_PYaAR_meRa