आग उगलते नौ तपा, ढूंढ रहे हम छांव , सूर्य निभाता धर्म है, दिखा रहा ना ताव। वृक्ष काट सयंत्र लगा, सुख वैभव की चाह- बुला प्राकृतिक आपदा, खुद की छीने ठांव।। वीणा खंडेलवाल तुमसर महाराष्ट्र ©veena khandelwal #2023Recap