क्या कमी क्या असंगती क्या बुराई ढूँढू मैं ज़माने में...? क्या कमी क्या असंगती क्या बुराई ढूँढू मैं ज़माने में..? जब तक मै खुद ना निकलूंगा दीपक लेकर कैसे कहूं की कामयाब हूँ मै अंधेरा मिटाने में ! कैसे कहूं की कामयाब हूँ मै अंधेरा मिटाने में! ©Trinath Sen #poem #oneliner #shayari #writer #poetry #top #india #jamana #kahani #trinathsen