ना गिला, ना शिकवा किया किसी से बस अपना धर्म निभाया था... विश्व मंच पर खड़े होकर भारत का परचम फहराया था... ज्ञान वैराग्य को अपना कर आत्मा परमात्मा को एकाकार करता था... सत्य, न्याय, सौन्दर्य का ज्ञान उसे हर पल कसौटी पर खुद को कसता था... आओ मिल नमन करें उसे जो परम आनंद में रहता है... परम ज्ञानी होकर भी अज्ञानी हूं स्वयं को "विवेकानंद" कहता है... #विवेकानंद #सत्य #न्याय #सौंदर्य #ज्ञान #अज्ञान #yourquotedidi #yourquotebaba