अचंभित करती हैं मुझे स्वयंप्रभा स्त्रियां जिनमें जीवन का संबल है अर्जित स्पष्ट धरातल है #Read full piece in the caption अचंभित करती है मुझे स्वयंप्रभा स्त्रियां जिनमें जीवन का संबल है अर्जित स्पष्ट धरातल है प्रेम उनको भी चाहिए,पर अपनी कीमत पर नहीं सपने तजने को वह त्याग नहीं समझती हैं