अल्फाज़ हैं मगर, ख़ुद अपने ही हाथों का लिखा काट रहा हूँ ले देख ले दुनिया मैं पता काट रहा हूँ ये बात मुझे देर से मा'लूम हुई है ज़िंदाँ है ये दुनिया मैं सज़ा काट रहा हूँ #Munawwar_rana