मुसाफिर हूँ यारों, ना घर हैं ना ठिकाना मुझे चलते जाना हैं, बस चलते जाना... ♥️ अंताक्षरी ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। पहले लेखक की रचना जिस अक्षर पर समाप्त होगी, दूसरे लेखक की रचना उसी अक्षर से शुरू होनी चाहिए। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।