कल के बिखरे, किसी दिन संवर जायेंगे, रास्ता भटके परिंदे, भी घर को लौट आएंगे, उठते हैं जो हाथ आज तमाचा मारने, एक दिन इन्ही हाथों से ये तालियां बजाएंगे, जैसे जैसे बदलेगा वक़्त हमारा, यहाँ सब बदल जाएंगे..! ~ गरिमा प्रसाद 🥀 ©Garima Prasad #hindi_poetry #Hindi #imgarima #Shayari