दूसरों के साथ मिलकर कौन चला है? वाह्य-आडंबर से दूर, अंतर्मन के विकास को उसने चुना है कुछ नया कर जाने का साहस किसमें? कौन दुनिया के अंधेरों को चीर आगे बढ़ा है? छोटी सोच का हो नहीं सकता मालिक वो, मेरे मित्र! बड़ी मंजिल पर जरूर उसने कदम रखा है (Read in caption) दूसरों से अलग बनने के लिए दूसरों के साथ मिलकर कौन चला है? वाह्य-आडंबर से दूर, अंतर्मन के विकास को उसने चुना है कुछ नया कर जाने का साहस किसमें? कौन दुनिया के अंधेरों को चीर आगे बढ़ा है?