मैं मामूली सा शायर कुछ शायरी कर लेता हूं मैं जज्बात दिलो के डायरी में लिख लेता हूं कई गम लिए बेठे है यहां लोग जमाने के -2 मैं आजकल कुछ चेहरों को पढ़ लेता हूं , अमित सिंह ©Amit Singh #Amitsingh #writer