तू मेरी मंजिल तू मेरी दुआ क्या कहूं ये ख्वाब मेरा तू मेरे हालात में नहीं मेरे हालात तुझसे है दूर ही जा रहे हो क्या पास नहीं आओगे मारे बगैर ही मारना है जीना क्या इतना दुश्वार है OPEN FOR COLLAB✨ #AT232poemdual • A Dual Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Write 232 poem.✨ 1st line: 2 words 2nd line: 3 words 3rd line: 2 words It's a dual collab challenge.