रुख़सार से नक़ाब थम-थम कर उतरता है बादलों से चांदनी छन-छन कर बिखरता है जिस नूर को पर्दे में समेट रखा था उसने उसी नूर से गुलशन शब-ओ-सहर सँवरता है उन आखों के पाक पन की तुम बात ना पूछो कि पलकों पे जुगनू आकर रात भर ठहरता है इतना मीठा लहजा जैसे कोई शायरी करे उसके रूप में भी बेहद सुंदर सरलता है होठों पर अपनें हल्की सी मुस्कान सजा कर बोले तो लफ्ज़ सीधे दिल मे घर करता है #नक़ाब #दिल_मे_घर #shyamsharma #nojotohindi #NojotoWodHindiQuoteStatic #EmotionalHindiQuoteStatic #whatsaap #status #shayari