एकाग्र, शांत गहरे सागर हो तुम, नित नई लहरों के संग, हम भी हवा की तरह है बेहिसाब, कर दे ए दोस्त साथ तेरे, दुश्मनों को दंग ।।— % & Rest Zone #restzone #rztask246 #rzलेखनसंगी #rzलेखसमूह #YourQuoteAndMine Collaborating with Saloni Khanna