तेरी आखों का धोखा है या मेरी नजरों का असर उनकी मयकशी आंखों में डूबते चले गए हम। क्यों तेरी आंखों में दर्द छुपा है या मेरी आंखों का धोखा है बह जाने दो उन आंसुओं को मन दर्द आखों की हो जायेगी हल्की। क्यों तेरी आंखे खामोश हैं या खाई हैं किसी से धोखा या उनके दर्द– ए– इश्क का असर किसी की तू परवाह ना कर खुल के मुस्कुराते चल। ♥️ आँखों का धोखा ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।