यूं खुद में बिखरने को बेताब ना हो ज़िन्दगी नाराज मत हो है बादल गमों के तो कुछ लम्हें भी है मुसीबतों के अगर ढल जाएंगे ये भी एक रोज उस ढलते सूरज में मगर ज़िन्दगी नाराज मत हो है दरिया एक गड्ढों भरा तो है होंसला भी तुझ संग जुनुनियत से भरा ना हार मान ना रुक तू एक पल को बस करता चल और ज़िन्दगी को जिए चल जी भर ए ज़िन्दगी खुद से यूं नाराज मत हो जब देखो तब तू हमसे रूठ जाती है। इतना भी नहीं देखती कि तेरे ही लिए तो हम जी रहे हैं, मर रहे हैं। #नाराज़मतहो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #जज्बा #yqbaba #yqquotes