उठ रही ये उंगली कब तक और उठाओगे तमाचे पर तमाचा और कितना देते जाओगे सुनो जोर लगा लो सुनो तुम आजमा लो मारोगे पीटोगे और जलाओगे इससे ज्यादा तुम और कुछ भी नहीं और कुछ नहीं कर पाओगे जो राख बची है , वो राख जलेगी फिर वही समा होगा फिर चिता दहकेगी और फिर वो घर भी जलेगा जिसमें तुम रहते थे - Rinki #समय #किसीएकको #यकबाबा #यकदीदी #यकबेस्टहिंदीकोट्स #यकभाईजान