मन की सीमा जाने कौन किस बात से धरी है मौन बातें क्या क्या छुपाए अंदर आंसू कितने बहाए अंदर जाल जिंदगी का जैसे जंतर जाने पढ़ना है कैसा मंतर बाहर रेगिस्तान अंदर समंदर जाना कहां है जाने कौन दिल दिमाग सब है मौन मन की दुविधा जाने कौन मन की सीमा जाने कौन, वो जो पहचाने है मौन... #मनकीसीमा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi