हमें तू मिला भी तो ऐसे मिला, अमन चैन शहरों को जैसे मिला, तिरे हाथ का साथ जो मिल गया, परिंदे का जैसे बना घोंसला, मुझे ही नहीं है पता अब तलक, तिरा घर पता किसको होगा भला, मिरी ज़िन्दगी मुझसे रूठी है क्यों, क्या है बता ये तिरा मस्अला। #nojotoshayari #nojotoghazal #HameTuMila