छोटी सी चिंगारी से लगी आग बढ़ती जा री जला दे कागज़ कुछ ऐसा मेरी कलम लिखती जा री शब्द कर रहे है लोगो के दिमाग पे अपनी बम बारी छोडू गा नही रखूंगा जारी क्योकि शेर छोड़ता नही जंगल चाहे कितने आ जाए शिकारी योगी पटेल