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The Secret Murder !!! एक गुमनाम कातिल आवारा रू

The Secret Murder !!!




एक गुमनाम कातिल आवारा रूह की तरह हमारे बीच गली मोहल्लों में घूम रहा है 
हर घर में हर शख्स में वह अपनी रोटी पका रहा है बेखबर है हम इंसान इस रहस्यमई कातिल से 
जो हमारे जीवन में जहर घोले  जा रहा है...
पहेली सुलझाता हूं....
 मैं थक गया हूं मैं हार गया हूं मुझे नहीं जीना मेरे लिए अब कुछ नहीं बचा है मुझे मरना है !!!
यह बेनकाब कातिल है ऐसे ही  शब्दों में अपना साम्राज्य फैला रहा है 
हमारे दुख दर्द का हितेषी बन हमको मुक्ति की राह दिखा रहा है 
आज के इस दौर में कितनी आसानी से एक इंसान हार जाता है और उस जीवन को ही यूं ही नष्ट कर देता है 
जो ईश्वर ने उसे कर्म करने के लिए दिया है जीने के लिए दिया है सुख दुख का सामना करने के लिए दिया है
 इस कातिल का छोटा सा नाम है अवसाद या
या यूं कहें डिप्रेशन 
अक्सर लोग इसे हल्के में लेते हैं हम इसे सामान्य मानसिक बीमारी या तनाव समझकर 
अपने जीवन का हिस्सा बनने देते हैं और यही ना दिखने वाली बीमारी हमारी जान ले लेती है 
आज भी हमारे देश में हर दसवां   व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा है 
अक्षर हमारा समाज इस बीमारी पर खुलकर बात नहीं करता  है  
अवसाद आज जन-जन में फैल रहा है उनको अपना शिकार बना रहा है
 हम इंसान बड़ी मासूमियत के साथ इसके चंगुल में फंसकर अपनी जान गवा देते हैं 
सोचते हैं कि उस जन्नत में खुशी मिलेगी लेकिन जब एक रूह बनकर भटकते हैं तो फिर अफसोस करते हैं 
कि इतनी आसानी से जान दे दी
 आज के इस दौर में यह रहस्यमई कातिल
 किसी को  इतनी  आसानी से मार भी देता है
 और  एक अनजान शख्स की तरह
 हमारे बीच में खड़ा होकर हमारी मूर्खता पर मुस्कुराता है

©karthikey poems
  #Fear #द_सीक्रेट_मर्डर
The Secret Murder !!!




एक गुमनाम कातिल आवारा रूह की तरह हमारे बीच गली मोहल्लों में घूम रहा है 
हर घर में हर शख्स में वह अपनी रोटी पका रहा है बेखबर है हम इंसान इस रहस्यमई कातिल से 
जो हमारे जीवन में जहर घोले  जा रहा है...
पहेली सुलझाता हूं....
 मैं थक गया हूं मैं हार गया हूं मुझे नहीं जीना मेरे लिए अब कुछ नहीं बचा है मुझे मरना है !!!
यह बेनकाब कातिल है ऐसे ही  शब्दों में अपना साम्राज्य फैला रहा है 
हमारे दुख दर्द का हितेषी बन हमको मुक्ति की राह दिखा रहा है 
आज के इस दौर में कितनी आसानी से एक इंसान हार जाता है और उस जीवन को ही यूं ही नष्ट कर देता है 
जो ईश्वर ने उसे कर्म करने के लिए दिया है जीने के लिए दिया है सुख दुख का सामना करने के लिए दिया है
 इस कातिल का छोटा सा नाम है अवसाद या
या यूं कहें डिप्रेशन 
अक्सर लोग इसे हल्के में लेते हैं हम इसे सामान्य मानसिक बीमारी या तनाव समझकर 
अपने जीवन का हिस्सा बनने देते हैं और यही ना दिखने वाली बीमारी हमारी जान ले लेती है 
आज भी हमारे देश में हर दसवां   व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा है 
अक्षर हमारा समाज इस बीमारी पर खुलकर बात नहीं करता  है  
अवसाद आज जन-जन में फैल रहा है उनको अपना शिकार बना रहा है
 हम इंसान बड़ी मासूमियत के साथ इसके चंगुल में फंसकर अपनी जान गवा देते हैं 
सोचते हैं कि उस जन्नत में खुशी मिलेगी लेकिन जब एक रूह बनकर भटकते हैं तो फिर अफसोस करते हैं 
कि इतनी आसानी से जान दे दी
 आज के इस दौर में यह रहस्यमई कातिल
 किसी को  इतनी  आसानी से मार भी देता है
 और  एक अनजान शख्स की तरह
 हमारे बीच में खड़ा होकर हमारी मूर्खता पर मुस्कुराता है

©karthikey poems
  #Fear #द_सीक्रेट_मर्डर