खुदा की सलतनत खुदा की कुर्बत में ज़िंदा हैं ये मेरी हँसती किसी बंदगी की मोहताज नही जो बोया है वो पायेंगे ज़माने को क्या दिखलाना है ये मेरी जान सख्त है किसी रेहगुज़र की मोहताज नही #मोहताज_नही_3 #Mohtaaj_Nahi_3