तलब लगी है बस कहीं भागने की खुद को छोड़ दूसरो को जानने की भीड़ में कोई अपना........ चेहरा पहचानने की जो कंधा दे सके उसे................ अपना मानने की तलब लगी है बस कहीं भागने की 🙏🙏🙏🙏🙏