ज़िन्दगी हासिल हमें है दो ही पल जो है मेरे, बीतता है साथ में इक, एक बीते बिन तेरे। वक्त की लिख्खी कहानी, चल ज़रा सा मोड़ दे, साथ वाले पल को जी ले, जो मिले है बिन डरे। संजीव निगम"अनाम" #दो_पल