"तुम्हें देखा नहीं कबसे", ये उम्र भी अब ढ़लने लगीं कब तलक़ रहूँ तन्हा मैं, कमी सी तेरी खलने लगीं मैं रहता नहीं हूँ किसी गलतफहमी में यूँ तो कभी जाने क्यों इस दिल में तेरी ख्वाहिशें हैं पलने लगीं तुम आसपास हो कहीं, फिर क्यों नज़र नहीं आते महसूस कर के तुम्हें, ये हवा भी रुख बदलने लगीं मैं चंद लम्हों का ही वक्त लेकर आया था खुदा से अब ये सांसें भी तिल तिल करके हैं जलने लगीं !! तुम्हें देखा नहीं कबसे... #देखानहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #अनकहेअल्फ़ाज़ #yqlovetales #देखानहींकबसे !! ❤❤