एक वक़्त था जब तेरे लिए खुदा से मन्नतें मांगता था मुझे खुद तो कुछ चाहिये ना था सिर्फ तेरे लिए अपने खुदा को आजमाता था अरे मुझे खुद तो कुछ चाहिये ना था सिर्फ तेरे लिए अपने खुदा को आजमाता था लेकिन अब सुन ले अब ना तो झुकता हू ना पूजता हू ना मानता हू किसी को2 अब तो तू खुद ही खुदा बन चली आये तो फर्क़ नहीं पड़ता..!! @main shayer to nhi...