साथ रहकर पता पड़ा साथ रहकर पता पड़ा कि उसकी खूबियां क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि मेरी कमियां क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि उसके दुखड़े क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि दुनिया क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि दर्द क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि तमाशा क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि लोग मुझ पर हंसते क्यों हैं। साथ रहकर पता पड़ा कि जिंदगी इतनी सस्ती क्यों हैं। साथ रहकर पता पड़ा कि मेरे दिल में गमों की बस्ती क्यों है। साथ रहकर पता पड़ा कि जुनून क्या है। साथ रहकर पता पड़ा कि सुकून क्या है हिसाम 27/05/2021 ©Hisamuddeen Khan 'hisam' #AdhureVakya#shayari#dilkibaat#dilkejazbat#rishte#nojoto#nojotohindi#