होठ कहु या कहु शराब मदहोश करती मुझको ये हर बार अदाएं कहु या कहु तेरी चाल वक़्त को जैसे थाम देती ये हर बार निगाहे कहु या कहु इसे तूफान साँसे मेरी हो जाती परेशान तुम्हे तुम कहु या कहु कोई ख़्वाब आँखे बंद करू तो देखु बस तुमको हर बार #yqbaba #yqdidi #love #life #hinidiwriters #hindi