ख्यालों की अलमारी में अल्फाजों का डेरा है यह दिल जो कभी मेरा था अब बस तेरा है हम लौटे ही नहीं घर वापिस कभी जानम जरा दिल ताकी से झांक ठीक सामने मेरा बसेरा है ।। ©Vikram Sharma #pviks786 # #Drops