राम- राज्य में राज करने के लिए व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़े जाते हैं! रावण-राज में व्यक्तिगत स्वार्थ पूर्ति के लिए राज प्राप्त किये जाते हैं!! ©अंजलि जैन #राम राज/रावण राज#०५.१०.२०