कुछ वचनों का कौल नहीं हूं जिसको तुम्हें निभाना है... अंतर में सांसों का मेरे भी नित आना जाना है... नेहिल नयनों को हिय ने सदा सुघर घर माना है और हृदय की ऊष्मा को नित अपना वैभव जाना है इतना तो आसान नहीं साझे सांसों का अलगाना है एक सरल मुस्कान तुम्हारी मेरा सकल खजाना है... स्पंदन लय रहते हैं तुममें इस घर में मेहमान नहीं हूं भाव परसते हैं तन मन को घरनी हूं घर का सामान नहीं हूं #toyou #yqlove #yqrelationship #yqloveatpower #yqheaven #yqhome